Comedy kahani | comedy short story in hindi
comedy kahani, comedy short story in hindi, दोस्तों आज मैं आपको चाचा चौधरी और साबू की कहानी सुनाने जा रहा हु. जो की बड़ी ही मजेदार है. चाचा चौधरी साबू की हाज़िर जवाबी से बडे खुश थे. एक दिन पंचायत में खुश होकर उन्होंने साबू को कुछ पुरस्कार देने की घोषणा की. लेकिन बहुत दिन गुजरने के बाद भी साबू को पुरस्कार की प्राप्त नहीं हुई.
चाचा और साबू की कॉमेडी कहानी :- comedy kahani
साबू बडी ही उलझन में थे कि चाचा चौधरी को याद दिलायें तो कैसे. एक दिन चाचा चौधरी यमुना नदी के किनारे शाम की सैर पर निकले. साबू उनके साथ था. चाचा ने वहाँ एक ऊँट को घुमते देखा. चाचा ने साबू से पूछा, साबू बताओ, ऊँट की गर्दन मुडी क्यों होती है. साबू ने सोचा चाचा चौधरी को उनका वादा याद दिलाने का यह सही समय है. उन्होंने जवाब दिया , चाचा चौधरी यह ऊँट किसी से वादा करके भूल गया है, जिसके कारण ऊँट की गर्दन मुड गयी है. चाचा चौधरी, कहते हैं कि जो भी अपना वादा भूल जाता है तो भगवान उनकी गर्दन ऊँट की तरह मोड देता है. यह एक तरह की सजा है.
comedy short story in hindi, comedy kahani, तभी चाचा को ध्यान आता है कि वो भी तो साबू से किया अपना एक वादा भूल गये हैं. उन्होंने साबू से जल्दी से पंचायत में चलने के लिये कहा. महल में पहुँचते ही सबसे पहले साबू को पुरस्कार की धनराशी उसे सौंप दी, और बोले मेरी गर्दन तो ऊँट की तरह नहीं मुडेगी साबू. और यह कहकर चाचा अपनी हँसी नहीं रोक पाए. और इस तरह साबू ने अपनी चतुराई से बिना माँगे अपना पुरस्कार राजा से प्राप्त किया. तो दोस्तों ये थी साबू की एक अनोखी कहानी.
लोमड़ी की हास्य हिंदी कहानी :- comedy short story in hindi
comedy short story in hindi, जंगल में एक लोमड़ी रहती थी लोमड़ी बहुत ही तेज और चालाक थी वह जंगल के सभी जानवरों को परेशान करती रहती थी जंगल के सभी जानवर जानते थे कि लोग लोमड़ी किसी का भी बेवकूफ बना सकती है, अपना मतलब निकालने के लिए एक दिन लोमड़ी पेड़ के नीचे बैठी थी उसने सोचा बहुत दिन हो गए जंगल के जानवरों का पागल नहीं बनाया चलो आज एक नई तरकीब निकालते हैं उसने जंगल के सभी जानवरों तक यह खबर पहुंचा दी की लोमड़ी के पास अक्ल की ऐसी दवाई है जिसको खाने से में सबसे ज्यादा बुद्धिमान दिमाग हो जाता है औरत लोमड़ी अकल की दवाई को रोज खाती है तभी तो वह इतनी तेज और चालाक है
लोमड़ी की इस चालाकी को समझ गए और कुछ जानवर उसकी बातों में आ गए उनमें से एक बंदर भी था बंदर ने जब यह सुना कर लोमड़ी के पास अकल की दवाई है तो वह दौड़ा दौड़ा लोमड़ी के पास गया बोला लोमड़ी मुझे भी अकल की दवाई दे दो, लोमड़ी ने कहा तुम दवाई तो ले लो पर उसके बदले तुम्हें मुझे कुछ देना होगा लोमड़ी ने कहा मुझे कोई जानवर चाहिए जिससे मैं खाकर भूख मिटा सकता है कोई जानवर लोमड़ी के लिए खाने के लिए ले आया बदले नहीं लोमड़ी ने उस को अंगूर दे दिए
comedy short story in hindi, comedy kahani, बंदर ने कहा दीदी यह तो अंगूर है लोमड़ी ने कहा देखो आ गई ना अकल ऐसी दवाई है जिसको खाने से पहले ही दिमाग तेज हो जाता है और हम अपनी जीत को पहचान लेते हैं बंदर अपनी बेवकूफी पर पता नहीं लगा और जंगल के सभी जानवरों को जब बंदर ने यह बात बताई तो सब जानवर उससे हंसने लगे और कहने लगे तुम लोगों की बातों में कैसे आ गए वह तो है ही इतनी चालाक इंसान हमारे सामने कितना भी अच्छा बन जाए हमें कभी भी उस पर भरोसा नहीं करना चाहिए.
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