Chotu ki baat bachon ki kahani
chotu ki baat bachon ki kahani, छोटू राम का दोस्त था, छोटू हमेशा यही कहता था की मुझे अभी लम्बा होना है, लेकिन छोटू की उम्र लम्बे होने की नहीं थी, “छोटू” अभी बहुत छटा था, राम यही कहता था, की तुम्हे यह नहीं सोचना चाहिए, एक दिन छोटू पार्क में खेल रहा था, वह यह सोच रहा था की में भी बहुत लम्बा होता, लेकिन ऐसा नहीं हो सकता था,
छोटू की बात बच्चों की कहानी :- chotu ki baat bachon ki kahani
उसी पार्क में एक कुत्ता आ गया था, वह बच्चो पर भौक्क रहा था, सभी बच्चे दर रहे थे, छोटू भी डरके एक जगह पर छिप गया था, सभी बच्चे उस कुत्ते से दर रहे थे, बच्चे भी कुछ पेड़ पर चढ़ गए थे, कुछ दिवार पर चढ़ गए थे, वह कुत्ता मान ही नहीं रहा था, “छोटू” ऐसी जगह पर छिपा था, जहा पर वह कुत्ता नहीं आ सकता था. कुछ देर बाद वहा पर बहुत से और भी कुत्ते आ गए थे, देखते हुए कुछ देर बाद सभी आपस में लड़ने लग गए थे, कुत्तो में यह बात होती है की वह अपना एरिया समझते है,
उसी के कारण वे लड़ रहे थे, बच्चे जहा पर थे वही पर बैठे थे, आज पार्क में कोई भी बड़ा आदमी नहीं था, आज कुत्तो की वजह से पार्क में काफी भीड़ थी, बच्चे भी सोच रहे थे, की कब ये कुत्तो यहां से जाए लेकिन वो सभी तो वही पर थे, “छोटू” आज सोच रहा था, की अगर आज वो छोटा नहीं होता तो उसे वो पकड़ लेते, लेकिन वह छोटे होने की वजह से आज उन कुत्तो से बच गया था,
कुछ देर बाद वो सब कुत्ते वहा से चले गए, बच्चे भी अब अपने घर जा रहे थे, बहुत देर बाद उन्हें कुछ आराम मिला था, कुछ बच्चे तो पेड़ पर ही थक गए थे, यह समय बच्चो के लिए बहुत ही कठिन था, छोटू भी अपने घर जा रहा था, आज “छोटू” को पता चल गया था, की छोटा होना भी बहुत काम का है, इसके बाद “छोटू” ने कभी लम्बे होने की ज़िद्द नहीं की थी,
बीरबल की समस्या भी दूर हुई कहानी
राम भी यही सोच रहा था, की “छोटू” अब लम्बे हो ने की ज़िद्द नहीं कर रहा है, कुछ दिन बाद छोटू ने अपनी सारी कहानी बता दी थी, तब राम को पता चल गया था की छोटू अब क्यों नहीं कह रहा है, बच्चो जो हमारे पास है उसी में खुश रहना सीखना चाहिए, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो आगे भी शेयर करे और हमे भी बताये, अगर आपके पास ऐसी ही कहानी है तो आप हमे भेज सकते है, पसंद आने पर हम यहां पर प्रकाशित करेंगे,
छोटू और दादी अम्मा की कहानी :- chotu ki baat bachon ki kahani
“छोटू” अपने घर वापिस आ रहा था, उसकी नज़र एक दादी अम्मा पर जाती है, दादी अम्मा को बहुत प्यास लगी थी, मगर उसके पास पानी नहीं था वह पानी की तलाश करती है, उसे अभी तक पानी नहीं मिल पाया था, “छोटू” दादी अम्मा के पास जाता है, उनसे पूछता है, वह दादी अम्मा पाने के लिए कहती है, क्योकि उन्हें अभी तक पानी नहीं मिल पाया था, धूप बहुत तेज थी, जिसकी वजह से गर्मी बहुत लग रही थी, वह एक पेड़ के पास बैठ जाती है,
छोटू कहता है, आप परेशान न हो, में आपके लिए पानी लेकर आता है, छोटू दादी अम्मा के लिए पानी लेने जाता है, कुछ समय बाद “छोटू” पानी लेकर आता है, उसे लगता है, दादी अम्मा परेशान है, उन्हें प्यास लगती है, मगर उनके पास पानी नहीं है, वह दादी अम्मा पानी पीकर कहती है, यह पानी बहुत ठंडा है, तुम कहा से लाये हो, “छोटू” कहता है यह से कुछ दुरी पर एक नल है, उसी से लाया हु, उसकी बात सुनकर वह दादी अम्मा कहती है, वह तो बहुत दूर है, तुम मेरे लिए इतनी दूर से पानी लाये हो, तुम बहुत अच्छे हो, क्योकि तुम मदद करते हो,
अकबर और बीरबल की साथ नयी कहानी
chotu ki baat bachon ki kahani, “छोटू” कहता है, यह कोई बड़ा काम नहीं है, आपको प्यास लग रही थी, में आपके लिए पानी लाया हु, आपको पानी मिल गया है अब आपको परेशानी नहीं होगी, वह दादी अम्मा को उनके घर छोड़ने भी जाता है, अब उनकी बहुत उम्र भी हो गयी है, वह बहुत धीरे धीरे चलती है, लेकिन आज दादी अम्मा को लग रहा था, जीवन में सभी मदद कर सकते है, अगर हम यह सोचते है, की कोई भी मदद नहीं करेगा तो यह सोचना गलत है, क्योकि “छोटू” को देखकर लगता है, दुनिया में बहुत से लोग मदद कर सकते है,
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धन का पेड़ बहुत छोटा है किड्स कहानी