A small story in hindi | राजा का घमंड और हाथी की हिंदी कहानी
A small story in hindi, राजा का घमंड और हाथी की हिंदी कहानी, राजा ने अपने नगर में बहुत अच्छे काम करवाये थे, जिनके कारन उसे बहुत घमंड आ गया था “राजा“ जब भी कोई काम शुरू करता था उसे ऐसा लगता था की वह बहुत बड़ा काम कर रहा है, इसका मतलब साफ़ था की “राजा” अपने सभी काम इसलिए करवाता था जिससे उसकी जय जय कार हो, “राजा” काम शरू होता था लोगो की जय जय कार शुरू हो जाती थी यह सुनकर “राजा” बहुत खुश होता था, Because उसे तो यही लगता था वह बहुत महान है,
राजा का घमंड और हाथी की हिंदी कहानी :- A small story in hindi
महान इंसान सिर्फ अपने अच्छे कर्मो से बन सकता था, “राजा” अच्छे कर्म तो कर रहा था but कहि उसके मन में अपनी महानता की बात भी छिपी थी जिसके बारे में वह नहीं जानता था, उसे कभी अहसास नहीं हुआ था, but एक रात को जब “राजा” सो रहा था तभी उसके सपने में एक साधु बाबा आते है, वह कहते है “राजा” तुम अच्छे काम तो करते हो but अपना घमंड क्यों नहीं छोड़ते हो, जब तक तुम्हारे अंदर यह घमंड रहेगा तब तक तुम्हर किया गया काम कुछ भी फल नहीं देगा, वह साधु बाबा बहुत पहुंचे हुए लग रहे थे वह “राजा” को सपने में सभी जगह पर ले जाते है,
उन सभी जगह का निर्माण राजा ने करवाया था वह साधु बाबा उस राजा को बगीचे में लेकर जाते है जिस जगह पर “राजा” ने बहुत सुंदर पौधे, फूल लगवाए थे साधु बाबा उन्हें छूते है, वह सभी पौधे अचानक से सुख जाते है, यह देखकर राजा चिंता में पड़ जाते है, वह कहते है, यह कैसे हुआ है, साधु जी कहते है, इन सभी को तुमने घमंड में लगवाया था इसलिए यह सभी सुख गए है, जो भी “राजा” ने घमंड में निर्माण करवाया था वह सभी बेकार हो गए थे यह सब कुछ उस साधु जी ने उसे दिखाया था
“राजा” अब समझ गया था की उसे यह सब नहीं करना चाहिए था, Because अगर वह ऐसा नहीं करता तो शायद सब कुछ अच्छा ही होता, but “राजा” के घमंड ने सब काम पर पानी फेर दिया था उसके बाद “राजा” ने अपने मन से काम की शुरुवात की थी, अब काम के प्रति वह बहुत जिम्मेदार हो गए थे अब वह कभी भी घमंड नहीं करते थे जो भी हो रहा है नगर के विकास के लिए हो रहा है यह कहानी हमे घमंड से दूर रखती है Because जिस जगह पर घमंड नहीं होगा वह जगह बहुत सुंदर होगी.
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A small story in hindi, एक गांव में रामदेव नाम का एक दर्जी रहता था गांव के बाहर सड़क पर उसकी कपड़े सिलने की दुकान थी वह बहुत सुंदर सुंदर कपड़े सिलता था उसी गांव के पास एक जंगल था जंगल में एक “हाथी “ रहता था “हाथी “ रोज सड़क से पानी पीने के लिए तालाब में जाता था और दर्जी की दुकान पर पर थोड़ी देर के लिए खड़ा हो जाता था
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रामदेव और “हाथी “ में अच्छी दोस्ती हो गई थी जब भी हाथी रामदेव की दुकान पर आता था वह रोज उसे एक केला दे देता था हाथी केला लेकर बहुत खुश होता था और वापस चला जाता था, एक दिन रामदेव को शहर जाना था और उसने अपने बेटे से कहा कि तुम आज दुकान पर बैठ जाना मुझे कुछ सामान लेने जाना है रामदेव का बेटा बहुत ही शैतान था जब “हाथी “ आया तो वह दुकान पर खड़ा हो गया
उसके बेटे को कुछ नहीं पता था उसने अपने सूंड हिलाकर इशारा किया उसके बेटे में “हाथी “ की सूंड में सुई चुभो दी और बहुत तेज पेट पकड़कर हंसने लगा, हाथी को बहुत तेज गुस्सा आ गया वह चुपचाप तालाब पर पानी पीने चला गया और जब वापस लौटा तो अपने सूंड में तालाब कीचड़ भरकर लाया और उसने रामदेव की की दुकान के सारे सुंदर कपड़ों के ऊपर सारा कीचड़ डाल दें और चुपचाप जंगल की तरफ चला गया
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A small story in hindi, रामदेव का बेटा गुस्से से लाल पीला हो गया उसने सोचा अब उसके पिताजी आकर उसको खूब डाटेंगे थोड़ी देर में रामदेव आया और उसने अपने दुकान का हाल देखा तो अपने बेटे से पूछा रामदेव के बेटे ने सारी बात बताई, उसने अपने बेटे को समझाया तुम जैसा दूसरों के साथ करोगे वैसा ही दूसरे तुम्हारे साथ करेंगे भले ही वह इंसान हो या जानवर.
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