New letter hindi stories
चिट्ठी एक नयी कहानी, new letter hindi stories, जब से मुझे वह चिट्ठी मिली है तब से में परेशान हो गया हु जबकि ऐसा पहले नहीं हुआ था वह चिट्ठी मिलते ही मुझे यह लगा की अब मुझे समय से चले जाना चाहिए मेरा सभी लोग इंतज़ार कर रहे होंगे.
चिट्ठी एक नयी कहानी :- new letter hindi stories
मगर समय से कैसे निकलता यह चिट्ठी ही मुझे बहुत समय बाद मिली है अगर समय से मिलती तो में उस शादी में दो दिन पहले ही पूछ गया होता उसने मुझे बताया भी था की इस मैंने में शादी है मगर मुझे तारीख कहा याद रहती है अब जो हो गया है उस पर चर्चा करने से कुछ नहीं होगा, अब तो देर हो गयी है अब कुछ नहीं हो सकता है मुझे जाने के लिए जल्दी करनी होगी
समय से जाता तो :-
अभी तैयारी कर लेने से ही फायदा होगा यही बात सोचकर तैयार भी हो गया था अब मुझे स्टेशन जाना था वही से बस भी मिल जाएगी कुछ देर तक इन्तज़ार करने के बाद बस आ गयी थी यह बस मिल तो गयी थी मगर अब क्या करे जो मन था वैसा हुआ नहीं था समय से जाता तो बहुत अच्छा होता मगर क्या करे जो गया है वह तो हो चूका है
सब कुछ इस चिट्ठी के कारन हुआ है अगर यह समय से आ जाती तो ऐसा कुछ भी नहीं होता अभी सफर काफी बड़ा था इसलिए आराम कर लिया जाए यह तो अच्छा हुआ की में ऑफिस से जल्दी चला आया था मगर मुझे नहीं पता था की यह चिट्ठी कब आयी होगी इसलिए समय से निकल गया था नहीं तो कल ही जाना होता जोकि अच्छी बात नहीं होती मगर यह बात सभी समझ जायँगे
क्या परेशानी है :-
क्योकि मुझे तो चिट्ठी ही देरी से मिली है कुछ देर बाद बस रुक गयी थी यह बस क्यों रुक गयी है सभी लोगो ने पूछा की क्या पैट्रॉल खत्म हो गया है सभी नीचे उतर गए थे यह अच्छी बात नहीं है बस में क्या हो गया है तभी पता चल गया था की क्या परेशानी है सामने बहुत बड़ा पेड़ गिर गया है यह रात आये तूफ़ान की वजह से हुआ होगा यह तो बहुत बड़ा पेड़ है इसे उठाने में भी बहुत समय लग जायगा
मगर ऐसा नहीं है यह पेड़ बहुत बड़ा है किसी से भी नहीं उठेगा यह भी नयी समस्या आ गयी है क्या करे परेशानी कम नहीं हो रही है बल्कि बढ़ रही है वह तो अब बहुत परेशान थे, अब बस भी रुक गयी है इससे भी समस्या बढ़ी है कम नहीं हुई है सभी ने कहा की हमे नहीं लगता है की कुछ हो पायेगा क्योकि पेड़ किसी से भी नहीं उठेगा सभी लोग अब बैठ गए थे जब तक कोई सुविधा नहीं आती है तब तक क्या किया जा सकता है
कुछ दुरी पर एक चौराहा है :-
सभी लोग अब कुछ भी नहीं कर सकते है मगर मुझे तो कुछ करना ही होगा यह बस तो यही पर रुक गयी है जबकि अभी दिन है रात नहीं हुई है मुझे यहां से चलना होगा तभी कुछ होगा वह बस ने नीचे आये और चलने लगे थे शायद कुछ आगे मिल जाए क्योकि कुछ दुरी पर एक चौराहा है वही से कुछ सुविधा मिल सकती है वह चल पड़े थे उन्हें पहले से ही काफी देर हो गयी थी
एक तो चिट्ठी ही बहुत देरी से आयी है ऊपर से यह बस यही पर रुक गयी है मुझे आगे जाना ही होगा वह चल दिए थे कुछ दिन पर आगे आये थे वही पर इंतज़ार करने लगे थे शायद कोई मदद उन्हें मिल जाती तो बहुत अच्छा होता, अभी कुछ भी नहीं मिल रहा था वह वही पर खड़े थे, कुछ देर बाद एक कार आती है वह कार रोकने की कोशिश करते है और वह रुक जाती है वह उसमे बैठ जाते है और कहते है की मुझे उस जगह पर जाना है
एक शादी में जा रहे :-
वह भी कहते है की कोई बात नहीं है में भी वही पर जा रहा हु उसके बाद उन्हें मदद मिल गयी थी मगर ज्यादा बात नहीं हो रही थी नहीं तो उन्हें पता चल जाता की वह भी वही पर जा रहे है कुछ देर चुप रहने के बाद आखिर वह कहते है की आप ने अभी कहा था की आप भी उस और जा रहे है क्या आप बता सकते है की आप वहा पर किस जगह पर जा रहे है वह कहते है की हम एक शादी में जा रहे है
परेशानी क्या कम हो सकती है कहानी
शादी का नाम सुनकर वह कहने लगे की आप उनकी शादी में तो नहीं जा रहे है वह आदमी कहता है की आप ठीक कह रहे है मगर आपको कैसे पता चला है वह कहने लगे की में भी वही पर जा रहा हु अब दो लोग वह पर जाने के लिए तैयार हो गए थे अब उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं थी क्योकि उन्हें उस जगह का साधन मिल गया था दोनों बात करते हुए पूछ गए थे
एक भी दिन नहीं बचा है :-
उसके बाद जब घर पहुंचे तो सभी कहने लगे की जिन्हे जल्दी आना था वह अब आ रहे है यह कोई बात है आपको तो दो दिन पहले आना था मगर यह देखो जब एक भी दिन नहीं बचा है अब यह आ रहे है उन्होंने ने कहा की आपको क्या पता है की हम किस तरह यहां पर आये है अगर यह रस्ते में न मिलते तो हम अभी भी नहीं पूछ पाते है इन्होने ही हमे समय से पहुंचाया है यह बात सुनकर सभी कहने लगे ठीक है अब आराम करो कल शादी है उसकी तैयारी भी तो करनी है
वह समझ गए थे की जिंदगी में हर चीज की एक अहमियत होती है अगर वह समय पर न जाते तो उन्हें चिट्ठी यही मिलती और वह शादी के लिए नहीं निकलते इसलिए हर चीज की अपनी कीमत होती है जैसा की उस चिट्ठी की है जिसे पढ़ने के बाद वह शादी में आये थे, शायद यही लगता है की एक चिट्ठी भी बहुत महत्वपूर्ण होती है कहने को तो यह एक कागज़ है मगर बहुत काम का है, चिट्ठी एक नयी कहानी, new letter hindi stories, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो आगे भी शेयर कर सकते है
अब चिट्ठी आनी बंद हो गयी कहानी
मुझे पता है की शहर में जाकर तुम अकेले पड़ सकते हो मगर तुम्हारी पढ़ाई बहुत जरुरी है, अगर तुम समय से पढ़ाई पर ध्यान देते हो, तो जीवन में तुम कुछ भी बन सकते हो, में जानता हु की में बहुत गरीब हु, मेरे पास यह थोड़ी सी खेती है, जिससे तुम अपना जीवन नहीं चला सकते हो मगर यह खेती तुम्हारे काम जरूर आएगी, मेरे पास जो भी धन है, तुम यह अपनी पढ़ाई में लगा सकते हो,
तुम शहर तो जा रहे हो मगर यह बात भी याद रखना की हर महीने में एक चिट्ठी जरूर भेज देना, जिससे तुम्हारा बूढ़ा पिता अकेला महसूस न करे, वह लड़का चला जाता है, क्योकि उसे शहर में अपनी पढ़ाई पूरी करनी थी, मगर शहर जाकर वह बदल जायेगा इस बात का पता किसे था, वह बूढ़ा पिता हर महीने कुछ धन अपने लड़के के पास भेजा करता था, क्योकि उसे जरूरत होती थी, वह यह बात भी बताना नहीं चाहता था,
शायद उसे समय नहीं मिलता है :-
वह अपने लड़के की पढ़ाई के लिए अपनी खेती सेठ को बेच चुका था, क्योकि लड़के की पढाई बहुत जरुरी थी, कुछ महीने तक एक चिट्ठी आया करती थी, मगर समय के साथ में वह भी बंद हो गयी थी, अब कोई भी चिट्ठी नहीं आया करती थी, वह बूढ़ा पिता यही सोचा करता था, शायद उसे समय नहीं मिलता है, इसलिए वह कोई भी चिट्ठी नहीं भेजता है, अपने लड़के से मिले उसे बहुत समय हो गया था,
उधर पिता की तबियत भी खराब रहने लगी थी, कोई भी देखरेख को नहीं था, पड़ोसी कब तक देख सकते है, एक दिन लड़के पास एक चिट्ठी आती है, उसमे यही लिखा था, तुम्हारे पिता बहुत बीमार है, तुम आकर देख लो, वह लड़का अपने गांव में चला जाता है, क्योकि उसे पता चल गया था, पिता की तबियत खराब है, जब पिता देखता है, वह बहुत खुश हो जाता है, क्योकि बहुत समय बाद वह आया था,
मगर वह कह नहीं पाया :-
पिता कहता है, अब तुमने चिट्ठी भेजना भी बंद कर दिया है, मुझे ऐसा लगने लगा था, की शायद तुम्हे समय नहीं मिलता होगा, वह लड़का कुछ नहीं कहता है, मगर खामोशी शायद बहुत कुछ बता देती है, पिता को लग रहा था, शायद मेरा लड़का कुछ कहना चाहता है, मगर वह कह नहीं पाया है, पिता कहता है, तुम्हे परेशान होने की जरूरत नहीं है, तुम मुझे बता सकते हो, लड़का कहता है, मुझे नौकरी मिल गयी है,
लेकिन मेने शहर में शादी भी कर ली है, यह सुनकर पिता को शायद अच्छा नहीं लगता है, क्योकि वह अपने लड़के की शादी खुद ही करना चाहता था, मगर अब क्या हो सकता है, जब उसने शादी कर ली है, तो वह क्या कह सकता है, एक ही लड़का है, उसके सिवाय कोई भी नहीं है, पिता कहता है, जो भी तुमने किया है, ठीक ही किया है, शायद तुम्हे वह ठीक लगा होगा, क्योकि अब तुम बड़े हो गए हो,
अब कोई जरूरत नहीं है :-
new letter hindi stories, तुम्हे अपने फैसले के बारे में पता है, यह सुनकर लड़का समझ गया था, पिता जी नाराज है, इसलिए ऐसा कह रहे है, दो दिन रुकने बाद वह फिर से शहर चला जाता है, बूढ़े पिता के सभी अरमान वही पर खत्म हो गए थे, शायद अब उन्हें पता चल गया था, उनकी अब कोई जरूरत नहीं है, वह बहुत कुछ कहना चाहते थे मगर कुछ भी न कह सके, वह उस अकेलेपन से ही दोस्ती कर लेते है, जिसके साथ उन्हें जीना है,
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