Suspense thriller stories in hindi

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Suspense thriller stories in hindi | Adhuri kahani

suspense thriller stories in hindi, adhuri kahani, ये कहानी उस व्यक्ति की है जो बहुत साल के बाद वापिस आया था उसका जीवन कुछ काम करने के लिए बना हुआ था जिसको वह अधूरा छोड़कर गया था आज जब वह वापिस आया है तो अपने बचे हुए काम को वह पूरा कर पायेगा.

एक अधूरी हिंदी कहानी :- suspense thriller stories in hindi

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suspense thriller stories in hindi

उस गुफा का रास्ता आज भी उसे याद है जब वह अपना दूसरा जन्म ले चूका है फिर भी उसे यह जगह कैसे याद है वह बहुत सोचता है की उसे यह याद कैसे है पर उसे बिलकुल भी याद नहीं आता है की उसे इस जगह के बारे में कैसे पता चला वह सोचना छोड़ देता है और आगे की और बढ़ता है.

जैसे ही वह गुफा के अंदर जाता है और देखता है की गुफा में बहुत अँधेरा है इस अँधेरे को कम करने के लिए उसे रौशनी की और देखा की बहुत रौशनी के बाद कुछ दिखाई देने लगा की और जो उसने देखा वह तो देखता ही रह गया क्योकि उसने पहले ऐसा कभी नहीं देखा था.

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उस आदमी के कुछ दोस्त सामने खड़े थे और वह उसे देख नहीं पा रहे थे वह आदमी उनको साफ़ देख सकता था पर वो उसे क्यों नहीं देख पा रहे थे उसका तो दोबारा जन्म हुआ था वह दोस्त उस गुफा में कर क्या रहे थे वह भी सोच नहीं पा रहा थाउसने अपने आप को दिखने के लिए कुछ हरकत की पर कोई फायदा नहीं हुआ बहुत कोशिश के बाद वह हारकर बैठ गया और सोचने लगा की यह सब क्या हो रहा है मुझे कोई क्यों दिखाई नहीं दे रहा है कुछ देर बाद सभी दोस्त उस गुफा से बहार की और आने लगे और वह आदमी उन्हें दीखता ही रहा

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वह भी उनके पीछे चलने लगा की वह सब कहा जा रहे सभी दोस्त उस रस्ते से चलते हुए उस आदमी के घर जा रहे थे जब उसने यह सब देखा की यह तो मेरा घर है यह सब मेरे घर में क्यों आये हुए इसका पता लगाने के लिए वह भी उनके पीछे आ गया.जब उसने देखा की वह घर के अंदर आये और मुझे आवाज लगाने लग गए अरे में तो उनके सामने हु पर यह आवाज किसे लगा रहे है कुछ भी समझ नहीं आता है ये क्या हो रहा है तभी हड़बड़ाहट में वह आदमी अंदर गया और देखा की उसके माता-पिता सुबह का नाश्ता कर रहे है और खुद को देखा तो अभी तक सोया जा रहा है.

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अपने आप को सोता देख थोड़ा डर तो लगा लेकिन कुछ समझ नहीं आ रहा था की ऐसा कैसे हो सकता है तभी सभी दोस्त अंदर आकर बैठ गए और उस आदमी की माता उसे जगाने के लिए कमरे में आयी और जैसे ही उन्होंने ने जगाया

 

suspense thriller stories in hindi, adhuri kahani, तो उस आदमी की आँखे खुल गयी और सोचा की अरे ये तो कोई सपना है अपनी माता से पूछा की क्या मेरे दोस्त आये है तो माता ने कहा हां बहार बैठे है तुम्हे कैसे पता और यह सुनकर वह आदमी बेहोश हो गया जिसे वह सपना समझ रहा था वह सब सच था.

उस गांव में जरूर कुछ है हिंदी कहानी

यह बात उस समय की है. जब में पहली बार अपने दोस्त के गांव में आया था. गांव में जाना मुझे बहुत अच्छा लगता है. मगर इस गांव में मुझे ऐसा कुछ नज़र आया था. तब से गांव में जाने के बारे में सोचने से ही डर लगने लगता है. बात उस दिन की है. जब हम दोनों दोस्त गांव में पहुंच गए थे. उसी रात की बात है. हमने खाना खा लिया था. शाम हो गयी थी.

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मेरा दोस्त मुझे अपने दोस्त से मिलाने के लिए लेकर गया था. उस वक़्त गांव में बिजली नहीं आ रही थी. वैसे भी बहुत कम बिजली गांव में आती है. कुछ ख़ास नज़र नहीं आ रहा था. हम दोनों चले जा रहे थे उसका घर कुछ दुरी पर था. मेरा दोस्त आगे चल रहा था. में उसके पीछे जा रहा था. क्योकि मुझे नहीं पता था. उसका घर कौन सा होगा. हम दोनों पहुंचने वाले थे. लेकिन किसी ने मेरा हाथ पकड़ लिया था. मेने साथ में देखा था. मगर कोई नज़र नहीं आया था.

 

भले ही बिजली नहीं थी. मगर हम कुछ दुरी तक देख सकते थे.

क्योकि चाँद की रौशनी में नज़र आ रहा था. मगर जिसने मेरा हाथ पकड़ा था.

वह कौन था. क्योकि नज़र कोई नहीं आ रहा था.

मेने अपने दोस्त को यह बात बताई थी. वह कहता है.

यहां पर हम दोनों साथ में चल रहे है. हमारे साथ कोई नहीं है.

तुम्हारा वहम होगा. हम दोनों उसके दोस्त के घर आ गए थे.

हम सभी बात कर रहे थे. मगर मेरा ध्यान तो उस वक़्त में था.

जिसने मेरा हाथ पकड़ा था. मुझे समझ नहीं आ रहा था.

वह कौन हो सकता है. अगर कोई होगा. तो वह नज़र क्यों नहीं आया था.

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suspense thriller stories in hindi, adhuri kahani,  बहुत अधिक बाटे मेरे ध्यान में चल रही थी. मगर कोई जवाब नहीं था. कुछ समय बाद हम दोनों वापिस आ रहे थे. इस बार में पीछे नहीं चल रहा था. क्योकि मुझे बहुत अधिक डर लग रहा था. मगर आज भी वह बात सोचकर बहुत डर लगता है. मुझे लगता है. उस गांव में जरूर कोई है. मगर कौन है. में नहीं जानता हु. उसके बाद में उस गांव में कभी नहीं गया था. कुछ बाटे हमारे जीवन में ऐसी भी होती है. जिनसे हमे डर भी लगता है. साथ ही पता भी चलता है. यहां पर जरूर कुछ है.

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उस दिन घर आते हुए ऐसा लग रहा था कि कोई साथ में चल रहा है

लेकिन उसकी आवाज ही मुझे सुनाई दे रही थी कौन चल रहा है

यह बात मुझे बिल्कुल भी मालूम नहीं थी

मेरे कदमों की आवाज के साथ साथ उसकी कदमों की आवाज भी धीरे-धीरे बढ़ रही थी

ऐसा लग रहा था कि कोई भूत मेरे पीछे चल रहा है

क्योंकि वह नजर नहीं आ रहा था

मगर उसकी आवाज मुझे साफ-साफ सुनाई दे रही थी

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जितनी बार भी पीछे मुड़ कर देखना चाहा उतनी ही बार मुझे कोई नजर नहीं आया

मुझे तो ऐसा ही लग रहा था कि यहां पर कोई भूत है जो दिखाई नहीं दे रहा है

लेकिन वह लगातार चल रहा है किसी भी वस्तु का एहसास तब होता है

जब उसकी आवाज आती है या हमें वह दिखाई देती है

लेकिन इसकी तो सिर्फ आवाज ही सुनाई दे रही थी

रात का समय हो चुका था और जल्दी जल्दी घर की ओर जाना था

शायद यही ठीक रहेगा

क्योंकि पता नहीं रात के समय में कौन मेरे पीछे चल रहा है

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काफी देर चलने के बाद जब घर आ गया तो घर के अंदर जाने के बाद मुझे वह कदमों की आवाज बिल्कुल भी सुनाई नहीं दे रही थी लेकिन आज मुझे इस बात का एहसास हो गया था कि शायद कोई तो है जो मेरे पीछे चल रहा था अगले दिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं हुआ शायद पिछले दिन की बातों से ऐसा लग रहा था कि वह उस दिन मेरे साथ चल रहा था

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suspense thriller stories in hindi | adhuri kahani, लेकिन उसके बाद मैंने उसकी आवाज कभी सुनी नहीं थी कुछ बातें भूतों की ऐसी होती हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत नहीं होती है लेकिन जब आपके सामने ऐसी समस्या खड़ी हो जाती है, suspense thriller stories in hindi, adhuri kahani, तो आपको सोचना पड़ता है कि कहीं कोई भूत मेरे पीछे तो नहीं है

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