Small story in hindi
small story in hindi, छोटी छोटी मुलाकात होने से बड़े रिश्ते बन जाते है ऐसा ही कुछ हुआ रमेश के साथ जब वो पार्क में घूमने गया. ऐसी ही कहानी हम यहा पर बताने जा रहे, रमेश अकसर हर रोज पार्क में घूमने जाया करते थे उनका ये मन्ना था की हर सुबह पार्क में घूमने से बहुत साडी बीमारी दूर होती है
छोटी सी मुलाकात की दो हिंदी कहानी :- small story in hindi
ताज़ी हवा हमारे सांसो से होकर अंदर जाती है जिससे बीमारी को दूर करने में मदद मिलती है और हमरा शरीर स्वस्थ रहता है, रमेश अपने घर में अकेला रहता है और एक कंपनी में जो करता है, एक दिन बहुत ही तेज बारिश हो रही थी सुबह का मौसम बड़ा ही सुहावना था पर बारिश होने के कारण रमेश आज बाहर ही नहीं जा पा रहा था, रमेश ने सोच की क्यों न अपनी खिड़की से ही बारिश का लुप्त उठाया जाए
कुछ खोज रही थी :-
तो वह अपनी खिड़की से ही बारिश को देख रहा था तभी एक लड़की को रमेश ने देखा की वो बारिश में छाते लिए पार्क की और जा रही थी, पर बारिश होने पर भी पार्क में जाने का क्या फायदा यही रमेश सोच रहा था, कुछ देर तक वो लड़की पार्क में कुछ खोज रही थी लगता है की उसका कुछ गिर गया था वो उसी को लेने आयी थी पर गोर से देखने पर ऐसा लग रहा था की जिस चीज को वो ढूढ़ रही थी वो मिल ही नहीं पर पा रही थी
समस्या दूर हुई नयी हिंदी कहानी
काफी समय भी हो गया था बारिश अब हलकी पड़ रही थी, ऑफिस जाने का भी समय हो रहा तो रमेश भी तैयार हो गया और अपने ऑफिस चला गया, रमेश अपने ऑफिस में बैठा यही सोच रहा था की वो क्या ढूढ़ रही थी, ऑफिस से आने के बाद रमेश ने सोचा की क्यों न उस पार्क में चला जाए और देखा जाए की वह पर क्या है, इसलिए रमेश ऑफिस से आया और देखने के लिए चला गया की वो क्या दूध रही थी पर कुछ ढ़ेर होने की वजह से कुछ दिखाई नहीं दे रहा था,
पार्क में चला गया :-
रमेश ने सोचा की सुबह जल्दी आकर देखेगा की वह पर क्या है, रमेश सुबह जल्दी उठा और
पार्क में चला गया काफी देर ढूढ़ कर भी कुछ दिखई नहीं दिया,
रमेश फिर एक कुर्सी पर बैठ गया और उसका हाथ कुर्सी की साइड में लगा तो
उसके हाथ में एक एअर रिंग हाथ में आ गयी अब रमेश की समझ में आ गया था की
वो लड़की क्या ढूढ़ रही थी पर आज वो लड़की कही भी नहीं दिखी,
आज शायद वो आयी नहीं थी रमेश उसे जानता भी नहीं था और
उसे ये एअर रिंग कैसे लौटाई जाये,
बहुत इंतज़ार करने पर भी वो नहीं आयी और रमेश फिर घर आकर ऑफिस चला गया, और रमेश ऑफिस में यही सोच रहा था की वो उससे कैसे मिले. शाम होने पर रमेश घर आ गया और सोचा की कल सुबह फिर पार्क में जरूर जाएगा, सुबह होते ही रमेश पार्क में गया और वो लड़की अपने फ्रेंड के साथ वह पर घूमने आयी थी पर रमेश को बड़ा अजीब लग रहा था की वो उससे कैसे बात करे और उसे एअर रिंग कैसे दे, रमेश बस पार्क में ऐसे ही घूमता रहा और हिम्मत करके उसने उस लड़की सी बात की और कहा की आप की जो चीज यह पर गिर गयी थी वो मुझे मिल गयी है,
हल्की सी मुस्कान :-
लड़की ने जैसे ही ये सुना तो तो उसके चेहरे पर हलकी सी मुस्कान आयी और
बोली की कहा पर है दे दीजिये,
रमेश ने उसे उसकी एअर रिंग वापिस कर दी और बोला की कैसे उसे
यह मिली और बताया की कैसे उसको पता चला की वो आपकी है,
कुछ देर बाते करने पर दोनों लोग वापिस चले गए और अगले दिन भी कुछ देर बाते हुई.
बातो बातो में रमेश को पता चला की उसकी
दो और बहने भी है और वो कही पर जॉब करती है,
माता पिता :-
उसके पिता किसी जगह पर मामूली सा काम करते है और घर बस चल ही जाता है, रमेश एक दिन उनके घर गया और कहा की में आपकी लड़की से शादी करना चाहता हु, इस पर उस लड़की के माता पिता ने कुछ समय का समय माँगा, और एक दिन रमेश को बुलाया गया और रमेश के साथ उस लड़की की शादी हो गयी, कहते है की एक छोटी सी मुलाकात से बहुत बड़ा बदलाव आ जाता जैसा की रमेश की ज़िन्दगी में आया था, अगर आपको ये किस्सा पसंद, small story in hindi आया हो तो आगे जरूर शेयर करे…..
चित्रकारी की अनोखी कहानी
वह लड़का बहुत ही अच्छी चित्रकारी करता था उसके चित्रकारी देखकर ऐसा लगता था कि वह बहुत अच्छा कलाकार है लेकिन उस कलाकार की कोई कदर नहीं है वह सड़क के किनारे बैठ कर कुछ पेंटिंग को बेचा करता था जो कि वह अपने हाथ से बनाया करता था उनकी कीमत भी कुछ खास नहीं थी
बहुत से लोग उसकी कदर नहीं करते थे शायद उन्हें लगता था कि यहां पेंटिंग बेचना ठीक नहीं है लेकिन वह लड़का क्या करता वह बहुत गरीब था लेकिन उसके चित्रकारी देख कर बहुत अच्छा लगता था यह मुलाकात जब हुई थी जब हमने पहली बार उस लड़के को देखा था उसे देखकर हम दोनों दोस्त उसके पास जाते हैं और इस बारे में बात करते हैं कि तुम बहुत अच्छी चित्रकारी करते हो
खाने की व्यवस्था :-
लेकिन फिर भी यहां पर चित्रकारी बेचने से कोई लाभ नहीं होगा क्योंकि यहां के लोग इसकी कीमत नहीं समझते हैं वह गरीब लड़का कहता है कि मैं पास ही में ही रहता हूं मेरे पास अधिक दूर जाने के लिए भी धन नहीं है जो भी मिलता है उसी में से ही मेरा गुजारा चलता है मेरे माता-पिता बहुत गरीब है और उनके खाने की व्यवस्था भी मुझे ही करनी होती है
मैं यह चित्रकारी करता हूं जिससे कि हमें थोड़ा खाना मिल सके उसकी बातों से ऐसा लग रहा था कि बहुत गरीब है और परेशान है शायद हम उसकी मदद कर सकते थे यह मुलाकात अच्छी साबित हो गई थी क्योंकि हम एक दोस्त को जानते थे जो कि इस तरह की चित्रकारी को बहुत ही बढ़ावा देता था और आगे चलकर उनकी कीमतों को भी ऊंचाई पर ले जा सकता था जब उस लड़के से हमारी मुलाकात हुई तो हमने सोचा कि उसकी मदद करनी चाहिए
लड़के की चित्रकारी :-
उस आदमी से हमने उसे मिलवा दिया था जब उसने पहली बार उसकी चित्रकारी को देखा तो वह सोच में पड़ गया कि इतनी ही कम उम्र में वह बहुत अच्छी चित्रकारी करता है और उसे बहुत अच्छा दाम भी मिल सकता है और इस तरह वह आदमी उसकी मदद कर रहा था और वह लड़के की चित्रकारी के लिए अच्छा धन सकता है और वह उसकी मदद भी कर सकता
इस तरह हमारी मुलाकात उस लड़के से हो गई थी और उसका जीवन हमारी मदद से काफी हद तक बदल गया था जीवन में ऐसे बहुत से लोग मिलते हैं जिनकी मदद करने से कुछ जाता नहीं है लेकिन उनका जीवन बदल सकता है अगर आपकी एक छोटी सी मदद किसी के काम आए तो वह जरूर करनी चाहिए शायद उसका जीवन बदल जाए अगर आपको यह small story in hindi पसंद है तो आगे भी शेयर करें कमेंट करके हमें बताएं.
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