बेकार की मेहनत बच्चों की कहानी, short stories for children in hindi

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Short stories for children in hindi

Short stories for children in hindi, एक गांव में एक बूढ़ी औरत रहती थी. एक दिन वह बूढ़ी औरत सड़क पर कुछ ढूंढ रही थी. एक पड़ोसी ने पूछा अम्मा क्या ढूंढ रही हो, अम्मा ने कहा मेरी सुई खो गई है, मैं उसे ही ढूंढ रही हूं.

बेकार की मेहनत बच्चों की कहानी :- short stories for children in hindi

Short stories for children in hindi
Short stories for children in hindi

अम्मा की सुई :- 

पडोसी को अम्मा पर दया आ गई, Because एक तो अम्मा बूढी थी ऊपर से शाम का समय था और अंधेरा भी होता जा रहा था, पड़ोसी ने कहा कि चलो मैं तुम्हारी सहायता कर देता हूं, दोनों को ढूंढता दे कुछ और पड़ोसी भी आ गए, और पूछने लगे कि भाई क्या खो गया है, सभी अम्मा की सुई ढूंढने लग गए, पर कही- सुई दिखाई नहीं दी एक पड़ोसी ने पूछा अम्मा जी सही से याद करो,

 

आप की सुई कहां गिरी थी किस जगह गिरी थी, अम्मा बोली तो घर के अंदर गिरी थी, पर वहां अंधेरा था, So मैंने सोचा बाहर उजाले में आकर ढूंढ लेती हूं, अम्मा की बात सुनकर सारे पडोसी हंसने लगे, बोले जो चीज अंदर हुई है, वह बाहर कैसे मिल सकती है,

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short stories for children in hindi, बेकार में हमारा इतना समय बर्बाद करा दिया, और सब वापस अपने घर को चले गए, हमारी सबसे बड़ी भूल यही है, कि जहां हमें सुख मिल नहीं सकता, हम उसे वहीं खोजते हैं, और जहां हमें सुख मिलता है, हम वहां नहीं जाते.

 

मेहनत सही दिशा में करे हिंदी कहानी

भाग्य बदला जा सकता :-

“मेहनत” अगर हम सही दिशा में करते है, तो वह जरूर सफल होती है, इसलिए यह “मेहनत” उसी दिशा में करे, जिसमे आप सफल हो सकते है, यह कहानी आपको पसंद आएगी, एक गांव वह आदमी रहता था, जो यह सोचता था, बिना “मेहनत” भी सब कुछ मिल सकता है, Because यह सब कुछ भाग्य पर होता है, अगर भाग्य सही है, तो आप कामयाब हो सकते है, But यह बात भी सच है, अगर “मेहनत” की जाये तो भाग्य को बदला जा सकता है, But वह इस बता को नहीं मानता था,

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एक दिन उस आदमी के घर एक साधु बाबा आते है, वह खाने के लिए कुछ मांगते है, वह आदमी कहता है, मेरे पास अभी कुछ नहीं है, वैसे भी में बहुत परेशान हु इसलिए आप यहां से जा सकते है, वह बाबा कहते है की तुम परेशान क्यों हो, मुझे लगता है, अगर तुम मुझे अपनी परेशानी बता आसक्ति हो तो शायद में मदद कर सकता हु, वह आदमी कहता है, आप मेरी क्या मदद कर सकते है, Because आपको भोजन के लिए जगह जगह पर जाना पड़ता है, आप पहले अपनी मदद करे उसके बाद मेरी मदद कर सकते है, बाबा के पूछने पर वह आदमी कहता है

 

भाग्य के भरोसे :-

मुझे भाग्य पर यकीन है But कुछ लोग इसे सही मानते है कुछ लोग नहीं, अब इसमें क्या किया जा सकता है, मुझे तो लगता है भाग्य ही सब कुछ है, वह बाबा कहते है की दोनों ही जरुरी होते है, But अगर तुम “मेहनत” करते तो भाग्य बना सकते हो, अगर तुम भाग्य के भरोसे कुछ नहीं करोगे तो जीवन में कुछ भी नहीं मिल सकता है, अब तुम यहां पर आराम से बैठे हो अगर तुम पानी की जरूरत हो तो वह तुम्हे भाग्य दे सकता है, अगर तुम “मेहनत” करते तो पानी ला सकते, क्या तुमने इस बारे में सोचा है,

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वह आदमी कहता है, की आप यह कहना चाहते है, की भाग्य कुछ नहीं है, उसका कोई मतलब नहीं है, सब कुछ “मेहनत” ही है, बाबा कहते है की में यह सब कुछ कहना नहीं चाहता हु, बल्कि तुम्हे बताना चाहता हु, की भाग्य तुम बना सकते हो, But उसके लिए मेहनत भी बहुत जरुरी होती है, अगर तुम वह कर सकते हो तो भाग्य भी बन सकता है, बाबा की बात सुनकर वह आदमी आज सोच रहा था, की क्या बाबा सही कह रहे है, यहां उसे किसी और से भी पूछना चाहिए,

 

मेहनत से बड़ा कुछ नहीं :-

Because वह “मेहनत” करना नहीं चाहता था, वह बाबा से कहता है, की मुझे लगता है, आप सही कह रहे है, Because अगर में यहां पर बैठा रहता हु और मुझे भूख लगती है, तो खाना मेरे पास नहीं आ सकता है, मुझे ही चलकर लेना होगा, बाबा कहते है, की तुम ठीक कह रहे हो, हमे तुम देख सकते हो, हमे जगह जगह खाने की तलाश में जाना होता है, हमे भी “मेहनत” करनी होती है, वह आदमी अब समझ गया था, “मेहनत” से बड़ा कुछ नहीं है, अगर वह “मेहनत” कर सकता है, तो सब कुछ ले सकता है,

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short stories for children in hindi, बाबा कहते है की अगर तुम “मेहनत” सही दिशा में करते हो तो तुम्हे उसका फल जरूर मिलता है, यही सच है, इंसान को सही दिशा में मेहनत करनी चाहिए तभी वह सफल हो सकता है, इसलिए जीवन में “मेहनत” से बड़ा कुछ भी नहीं है, यह तुम्हे सभी समस्या से बाहर निकाल सकता है, इसलिए “मेहनत” कीजिये, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है, तो शेयर करे

 

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बाग़ के मालिक :- 

बच्चों को फल बहुत पसंद थे, इसलिए वह बाग़ में जाते है उन्हें पता है यहां पर बहुत फल है, वह सभी बच्चे फल तोड़ने जाते है उन्हें बहुत अधिक फल मिल गए थे but यह फल उनके नहीं थे, Because यह बाग़ के मालिक के फल है, बाग़ का मालिक आ सकता है, इसलिए वह फल बहुत जल्दी जल्दी तोड़ना चाहते है, But मालिक आ गया था, वह सभी डर गए थे उन्हें फल बहुत अच्छे लगते है But अब तो मालिक भी आ गया है,

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वह सभी भागना चाहते है But मालिक उन्हें पकड़ लेता है वह कहता है तुम यहां पर फल लेने आये हो, मुझे लग रहा था, तुम यहां पर सभी फल बेकार करना चाहते हो, But तुम तो फल लेने आये हो, यह बहुत अच्छा है, तुम्हे फल मिल सकते है,

 

वह मालिक उन्हें फल देता है बच्चे फल खाते है, उन्हें फल खाकर बहुत अच्छा लगता है, वह सोच रहे थे मालिक उनकी पिटाई कर सकता है, But ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था, अब वह घर चले जाते है, But वह सोचते है, बाग़ के मालिक बहुत अच्छा था, अगर आपको यह short stories for children in hindi पसंद आयी है, तो शेयर करे

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