Love ki kahani in hindi
love ki kahani, यह बात जनवरी 2017 की है जनवरी में काफी ठण्ड होती है और रात में भी साफ़ दिखाई नहीं देता है उस दिन जब रात को वापिस आ रहे थे तो रोड पर कोहरा सा छाया हुआ था जब देखा तो दूर कही ऐसा लगा की कोई खड़ा हुआ है
प्यार का जब अहसास होता है एक कहानी :- love ki kahani in hindi
जब पास आये तो देखा की कोई बस का इंतज़ार कर रहा है क्योकि अभी तक बस आयी नहीं थी और रात के समय इंतज़ार करना तो बहुत ही मुश्किल होता है और वो भी सर्द हवा चल रही हो तो बस ऐसा ही करता है की जल्द ही घर पहुंचा जाए पर जब मज़बूरी हो तो किया भी क्या जा सकता था
असली प्यार की कहानी
तभी लगा की आपको कोई मदद चाहिए उसने कहा की बस काफी देर से आयी नहीं है इसलिए इंतज़ार हो रहा है किसी पर एकदम भरोसा होता भी नहीं है और जिसे हम जानते नहीं है उस पर तो बिलकुल भी नहीं, पर जब मुसीबत हो तो क्या कर सकते है
उसने साथ चलने के लिए हां कह दी और हम साथ चल दिए इतनी ठण्ड में बाइक पर चलना तो मुश्किल ही था और जब हवा चल रही तो आप खुद जानते है की कैसे चला जा सकता था लगभग आध घंटा बीता था और उसक स्टॉप आ गया और वह धन्यवाद कह कर चली गयी
हमे ज्यादा वक़्त की भी साथ में नहीं बीता था और उसका स्टॉप आ गया था और जब से आज तक दोबारा कभी मुलाकात नहीं हुई हमेशा लगता है की आज शायद फिर वो मिल जाए पर अभी तक ऐसा नहीं हुआ कुछ साथ ऐसे होते है की उनकी लाइफ जयादा नहीं होती है
सच्चा प्यार एक कहानी
अब पता नहीं कब दोबारा मुलाकात हो जाए वो कहते है न की दुनिया गोल है पता नहीं कब ऐसा होगा,अगर आपके पास भी ऐसी कोई कहानी है तो आप हमे लिख सकते है जिसको हम बहुत जल्द प्रकाशित करेंगे, और सभी के साथ हम शेयर भी करेंगे अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो आगे भी शेयर करे और हमे भी बताये.
समय से प्यार के की बात करे हिंदी कहानी
जब तक प्यार का अहसास होता तब तक बहुत देर हो गयी थी. मुझे आज भी याद है.
मेने उसे अपने कॉलेज में देखा था, मगर मुझे लगता था. वह प्यार कर सकती है.
लेकिन मेरा यह सोचना सही नहीं था. वह प्यार नहीं करती है.
मुझे उसे पता नहीं कब प्यार हो गया था.
यह बात मुझे पता चल गयी थी. क्योकि उसके सामने होने से बहुत अच्छा लगता था.
मगर जब वह दूर होती थी. उसके पास जाने का मन करता था.
अधूरी प्रेम कहानी
लेकिन यह प्यार का अहसास उसे बात नहीं सकता था. क्योकि मुझे लगता था. यह अहसास उसे भी होना चाहिए उसकी बातो से कुछ भी नहीं लगता था. अब मुझे समझ आने लगा था. उसके जीवन में प्यार की कोई जगह नहीं है. इसलिए मुझे लगता था. अब मुझे उससे प्यार के बारे में नहीं पूछना है. मगर हमेशा लगता था. एक दिन वह जरूर बात कर सकती है. मगर वह दिन कभी नहीं आया था. धीरे धीरे कॉलेज भी अब पूरा होने वाला था. मुझे उससे बात करने का मन करता था. मगर उसके अहसासको समझ नहीं सकता था.
क्योकि वह प्यार नहीं करती है. उसकी बातो से लगता था. आज कॉलेज का आखरी दिन था. मुझे लगता था. शायद आज वह कुछ कह सकती है. मगर उसने सिर्फ इतना ही कहा था की फिर मिलेंगे, अब कुछ भी बाकी नहीं रह गया था. उस दिन के बाद में उस शहर से चला गया था. अब शायद उस जगह पर वापिस आना मुक्किन नहीं था. बहुत दिन बीत गए थे. अब मेरी शादी तय हो गयी थी. मुझे लगता था. मेरा प्यार उस वक़्त समाप्त हो गया होगा.
हमारे रास्ते अलग है
मगर उस दिन के फ़ोन मुझे सोचने पर मजबूर कर दिया था. एक दिन उसका फ़ोन आया था. वह मुझसे बात करती है. कुछ समय अब्द वह मुझसे कहती है. शायद उसे प्यार हो गया है. मगर यह बात मुझे पता नहीं थी. उसे प्यार कैसे हो सकता है. जिसके अहसास को में समझ नहीं पाया था. आज वह प्यार की बात करती है. मगर अब इसका कोई मतलब नहीं था. मुझे लगता था. वह मुझसे एक दिन प्यार जरूर करेगी.
वो फिर नहीं आया
मगर वह दिन अब आएगा उसका मुझे ज्ञान नहीं था. अब इस बात को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता था. उस दिन मेने सिर्फ यही कहा था. मेरी शादी हो रही है. में किसी से प्यार नहीं करता हु. मगर में जानता हु की में उससे प्यार करता था. अब इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है. समय निकल गया था. आज उसे प्यार का अहसास हो गया था. मगर अब उसका होना न होना कोई मायने नहीं रखता था. इसलिए जीवन में अगर आपको प्यार हो जाता है. तो अपने प्यार के बारे में जरूर बता दे. क्योकि समय निकलने के बाद कुछ नहीं होता है.
छोटी सी मुलाकात प्यार की कहानी
इस प्यार की कहानी की शुरुवात जब हुई
जब जयपुर से दिल्ली बस के सफर में किसी से मुलाकात हो गयी है
तब पता नहीं था की छोटी सी मुलाकात आगे चलकर बड़ी खुसिया लाएगी,
जब बस आते समय यानी जब बस जयपुर से दिल्ली आ रही थी.
प्यार का एहसास
उस समय बस एक स्टॉप पर रुकी, जहा पर आप हर चीज खा पी सकते थे और
यहां पर बस लगभग बीस मिनट के लिए रुकी उसी समय में अशोक और पूजा की मुलाकात हुई
दोनों दिल्ली ही वापिस आ रहे थे और जब बात हुई
तो पता चला की दोनों ही दिल्ली के रहने वाले है
पहले तो दोनों अलग-अलग सीट पर थे लेकिन बाद में दोनों साथ ही आये बैठे थे
पूजा अपने किसी रिश्तेदार के यहां पर गयी थी और
अशोक अपनी कम्पनी के काम से वहा पर गया था और सफर भी काफी समय का था
इसलिए बाते भी काफी हुई और अशोक का समय भी कट गया
प्यार कहाँ है एक कहानी
love ki kahani, दोनों दिल्ली पहुंच गए और आपस में नंबर लिया और फिर बाते शुरू हो गयी बाते भी कुछ महीने चली और एक दिन अशोक ने अपनी बात पूजा से कही और पूजा के घर वाले भी मान गए और अशोक की शादी पूजा के साथ हो गयी, यह छोटी सी मुलाकात बड़े फैसले पर आ गयी और उनकी बाते भी पूरी हो गयी लेकिन हर बार ऐसा नहीं होता है की आपकी हर इच्छा पूरी हो जाए आपको यह छोटी सी कहानी किसी लगी आप हमे जरूर बताये
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