Hindi love kahani in 2023
Hindi love kahani 2023, इस प्यार की कहानी की शुरुवात जब हुई जब जयपुर से दिल्ली बस के सफर में किसी से मुलाकात हो गयी है तब पता नहीं था की छोटी सी मुलाकात आगे चलकर बड़ी खुसिया लाएगी, जब बस आते समय यानी जब बस जयपुर से दिल्ली आ रही थी.
छोटी सी मुलाकात प्यार की हिंदी कहानी :- Hindi love kahani 2023
उस समय बस एक स्टॉप पर रुकी, जहा पर आप हर चीज खा पी सकते थे और यहां पर बस लगभग बीस मिनट के लिए रुकी उसी समय में अशोक और पूजा की मुलाकात हुई दोनों दिल्ली ही वापिस आ रहे थे और जब बात हुई तो पता चला की दोनों ही दिल्ली के रहने वाले है
पहले तो दोनों अलग-अलग सीट पर थे लेकिन बाद में दोनों साथ ही आये बैठे थे पूजा अपने किसी रिश्तेदार के यहां पर गयी थी और अशोक अपनी कम्पनी के काम से वहा पर गया था और सफर भी काफी समय का था
उसे में पसंद नहीं प्यार की कहानी
इसलिए बाते भी काफी हुई और अशोक का समय भी कट गया, दोनों दिल्ली पहुंच गए और आपस में नंबर लिया और फिर बाते शुरू हो गयी बाते भी कुछ महीने चली और एक दिन अशोक ने अपनी बात पूजा से कही और पूजा के घर वाले भी मान गए और अशोक की शादी पूजा के साथ हो गयी, यह छोटी सी मुलाकात बड़े फैसले पर आ गयी और उनकी बाते भी पूरी हो गयी लेकिन हर बार ऐसा नहीं होता है की आपकी हर इच्छा पूरी हो जाए आपको यह छोटी सी कहानी किसी लगी आप हमे जरूर बताये
सोमवार का दिन हिंदी प्यार की कहानी :- Hindi love kahani
एक दिन में ऑफिस में काम कर रहा था की अचानक फोन की घंटी बजी और मैंने फोन उठाया और हैलो कहा, सामने से आवाज आयी की में आपसे मिलना चाहती हू , आप पाँच बजे तक फ्री हो जायँगे, मेने कहा हां. में साढ़े पाँच बजे तक ऑफिस में ही हू. उसने कहा की में पौने पाँच बजे तक आपके पास आ जाउंगी, शायद ऐसा फली बार हुआ है की कोई लड़की मुझसे मिलने आ रही पर, में तो उसे जानता भी नहीं हू.
शायद ये पल जीवन में पहली बार आ रहा है. तो मेने जल्दी -जल्दी अपना काम निपटाना शृरू कर दिया, और चपरासी को बुलाया और कुछ पैसे देकर कहा की पांच बजे दो ठन्डे और कुछ बिस्कुट ले आना. ठीक है साहब और चपरासी चला गया. थोड़ी देर बाद शर्मा जी कुछ फाइल लेकर आये और कहा की इन पर साइन कर दीजिये कुछ पैंडिंग बिल भी है और कुछ पेमेंट भी देनी है. मैंने जल्दी जल्दी में सभी पर साइन कर दिए और कहा की कोई और भी काम हो तो वो भी जल्दी बता दो, शर्मा जी बोले नहीं फिलहाल तो यही है बस, मुझे तो बस इंतज़ार था उस पल का जो पौने पांच बजे पूरा होगा.
मेरी अधूरी कहानी
काम के बाद घडी पर नज़र गयी तो साढ़े चार बज गए थे, और मेरी नज़र उस राह पर लग गयी झा से कोई आने वाला है. में नहीं जानता की वो कौन है और कैसी है. पौने पांच बज गए थे और अब समय आने वाला ही था उसके आने का… इंतज़ार हो रहा था उस पल का और पांच बज चुके थे बार राह पर कोई न था ,अब गुस्सा आ रहा था की अब तो पांच बज चुके पर कोई नज़र नहीं आ रहा था उधर चपरासी भी आ गया, साहब ले आऊ ठंडा, नहीं रुको अभी वो चला गया.
सवा पांच बज गए और गुस्सा अपने चरम पर पहुच चूका था. ये कोई मजाक है. हम यह खली बैठे है उसके इंतज़ार मैं पता नहीं कितने ख्याल दिमाग में आ रहे थे ,देखा की सभी लोग ऑफिस से जा रहे थे और में सोच रहा था की अब इंतज़ार में सारी रात यही बैठा रहु. सीढियो पर कुछ आवाजे आने लगी ऐसा लगा की कोई ऊपर आ रहा है. समय अब साढ़े पांच का हो रहा था, सॉरी सर में लेट हो गयी उसकी और देखते ही मुझे ऐसा लगा की पूरी दुनिया में शायद ही कोई उस जैसा हो , में तो उसे ही देखता राह गया और गुस्सा तो मानो छूमंतर ही हो गया था .
मेने उसे बैठने को कहा और ठंडा पिने को कहा और नज़र तो उस चेहरे से हट ही नहीं रही थी. बस ऐसा मन कर रहा था की देखता ही रहु. पुरे ऑफिस में एक ऐसी सुंगध फैली जा रही थी मेरा दिमाग ये जानने की कोशिस कर रहा था की ये कोनसे फूल की खुसबू हो सकती है. सर में आपसे इसलिए मिलने आयी हू की में एक उपन्यास लिख रही हू में आप जैसे लेखक तो नहीं हू पर कोशिस कर रही हू. की कुछ बेहतर लिख सकू. उसमे आपकी कुछ मदद चाहिए . हां बिलकुल में आपकी पूरी सहायता करूँगा. बाते का कर्म आगे बढ़ता गया और मेरी सोच पर पानी फिर गया , जब उसने कहा की में शादी शुद्धा और एक बच्ची है.
प्यार की सच्ची दोस्ती
शायद में ही गलत ख्याल में डूबा हुआ था. बाते करते करते समय भी बीत गया अब घडी में सात बज रहे थे . शायद समय भी ज्यादा हो गया था. इस पर उसने बोला की अब मुझे चलन चाहिए काफी देर हो गयी है. मेने कहा की आप कैसे जायँगी आपको बस स्टैंड तक ड्राप कर दू या आप चली जायँगी उसने कहा की में चली जाउंगी, फिर वो बस स्टैंड की और चली गयी और में भी अपनी उदासी लिए अपने घर की और चल दिया….शायद कुछ पल अपने जीवन में ऐसे आते जो अपनी छाप छोड़ जाते है. और ज़िन्दगी युही चलती रहती है. दोस्तों अगर आपको hindi love kahani आये तो आगे शेयर जरूर करे.
स्कूल के प्यार की हिंदी कहानी :- Hindi love kahani
मुझे आज भी याद है अपना स्कूल का “प्यार” उस समय मुझे यही लगता था की “प्यार” करना ठीक नहीं है, क्योकि इससे बहुत अधिक परेशानी आती है, सभी परेशानी को ध्यान में रखते हुए मुझे यही लगता था की “प्यार” होना अच्छी बात नहीं है, लेकिन यह अपने हाथ में नहीं होता है, जब “प्यार” होता है तभी पता चलता है, की उसकी कीमत क्या है, यह उस दिन की बात है, जब रीमा को देखा था, वह कुछ उदास लग रही थी,
गांव की रियल प्यार की कहानी
वह बहुत परेशान थी जबकि में उसका दोस्त नहीं था, लेकिन मुझे लगता था की वह हमारे साथ में पढ़ती है, तो उससे पूछ लेना चाहिए लेकिन शायद मेरा यह पूछना भी गलत ही लग रहा था, क्योकि रीमा को लग रहा था की में उससे क्यों बात कर रहा हु जबकि मुझे ऐसा नहीं लगता था, मेने तो उसे परेशान देखकर ही बोला था, वह कुछ नहीं कहती है, उसके बाद वह चली जाती है, उसने कुछ भी नहीं कहा था यह मुझे अच्छा नहीं लग रहा था, लेकिन फिर सोचा की शायद उसे पसंद नहीं है, तो उससे फिर कभी भी नहीं पूछा था, रीमा स्कूल आती थी,
लेकिन में उसकी और नहीं देखता था, अपने काम से मतलब रखता था, मुझे लग रहा था, की अब उससे कभी बात नहीं करूँगा क्योकि उसने मुझे उस दिन कोई भी जवाब नहीं दिया था, समय बीत रहा था, लगभग दो महीने बीत गए थे एक दिन की बात है, वह जिस सायकिल से आती थी, वह उसे अचानक गिर गयी थी, उसे काफी चोट आयी थी, में रीमा के पीछे ही आ रहा था, जब उसे देखा तो अच्छा नहीं लगा था सब कुछ भूलकर उसके पास गया था उसे उठाया था, उसके बाद उसकी सायकिल को ठीक किया था,
अच्छी हिंदी प्रेम कहानी
Hindi love kahani, उससे बिना कुछ कहे ही में चला गया था, मुझे लग रहा था की फिर से बात करूँगा तो वह कोई जवाब नहीं देगी लेकिन ऐसा नहीं था उसने कुछ कहा था जोकि मेने ध्यान से नहीं सूना था, उसने कहा की मेरी सहायता करने के लिए धन्यवाद, जब मेने यह सूना तो उससे यही कहा कि कोई बात नहीं है, उस दिन के बाद हम दोनों कुछ बाते करने लगे थे यह बाते कब “प्यार” में बदल गयी हमे नहीं पता था, वह मेरी बहुत अच्छी दोस्त बन गयी थी, हम दोनों घूमते है, बहुत अधिक समय साथ में बिताते है, लेकिन हम यह नहीं जानते है की इसके बाद क्या होगा,
Read More hindi love kahani :-
Mohika real love story in hindi
प्यार की कहानी छोटी छोटी प्यार की बातें :- भाग-1, भाग-2, भाग-3 भाग-4