Ek sache pyar ki kahani
एक सच्चे प्यार की कहानी, Ek sache pyar ki kahani, ek pyar ki kahani, pyar ki sachi kahani, भूपेश को यह लगता था कि वह लड़की उसे बहुत प्यार करती है इसलिए वह हमेशा उसे देखा करता था लेकिन भूपेश को जब पता लगा कि वह लड़की उससे प्यार नहीं करती तो भूपेश अंदर तक टूट चुका था.
एक सच्चे प्यार की कहानी :- Ek sache pyar ki kahani
भूपेश को तो पहले से लगता था कि वह लड़की उसे बहुत प्यार करती है लेकिन एक दिन ऐसा हुआ जिसके बाद उसे पता चल चुका था कि वह लड़की उसे प्यार नहीं करती है जिसके बाद भूपेश का मन किसी भी काम में नहीं लग रहा था भूपेश दसवीं कक्षा में पढ़ता था और उसी के साथ एक लड़की पढ़ती थी
जिसे वह हमेशा देखा करता था काफी समय से साथ में पढ़ रहे थे लेकिन भूपेश को ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगता था कि वह लड़की प्यार नहीं करती भूपेश एक दिन छुट्टी के बाद घर जा रहा था तभी वह लड़की भी आगे जा रही थी भूपेश ने सोचा कि यही मौका है मुझे पूछ लेना चाहिए कि वह मुझे पसंद करती है या नहीं तभी वह उसके पास जाने लगा जैसे वह उसके पास पहुंचा तो उस ने लड़की से पूछा कि तुम मुझसे प्यार करती हो या नहीं
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लड़की ने मना कर दिया और आगे की ओर जाने लगी तो उसको लगा कि वह लड़की से प्यार नहीं करती है इसलिए भूपेश को बहुत बुरा लग रहा था लेकिन भूपेश कुछ नहीं कर सकता था वह घर आ गया था और घर आकर जब शाम हुई तो वह अपने दोस्त से मिलने के लिए गया जब अपने दोस्त के पास गया तो उसने उसे बताया कि मैं उस लड़की से प्यार करता था लेकिन जैसे ही मैंने उससे पूछा उसने मना कर दिया इसके बाद भूपेश ने कहा कि मेरा मन किसी भी काम में नहीं लग रहा है मैं क्या करूं.
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मुझे कोई सलाह दो तो उसका दोस्त कहने लगा कि तुमने यह तो सुन लिया कि उसने मना किया है लेकिन यह नहीं पूछा उसने मना क्यों किया है भूपेश के दोस्त ने कहा कि तुम्हें सबसे पहले कारण का पता लगाना होगा कि वह पसंद क्यों नहीं करती और तुमसे प्यार क्यों नहीं करना चाहती जब तक तुम्हें यह नहीं पता लगेगा तब तक तुम किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच सकते इसलिए सही बात का ज्ञान होना बहुत जरूरी होता है भूपेश को भी अपने दोस्त की बात सही लग रही थी
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इसलिए भूपेश ने सोचा कि कल जाते वक्त उससे इस बारे में बात करेगा जिससे उसे सच का पता चल जाएगा जब भूपेश उस लड़की से मिला और पूछा कि तुमने मुझे मना क्यों कर दिया है तभी लड़की ने कहा कि मैं ऐसा कोई काम नहीं करना चाहती जिसमें मंजिल नहीं मिलती है भूपेश को उसकी बात समझ में नहीं आ रही थी भूपेश न पूछा कि तुम किस मंजिल की बात करना चाह रही हो
तभी लड़की ने कहा कि हम प्यार तभी कर सकते हैं जब हम अपनी मंजिल पर पहुंच जाएं अगर मुझे ऐसा लगता है कि हम मंजिल पर नहीं पहुंच सकते तो प्यार करने का कोई मतलब नहीं होता भूपेश उस लड़की की बात को समझ चुका था कि वह क्या कहना चाहती है अगर हम अपनी मंजिल पर नहीं पहुंच सकते तो प्यार करने का कोई मतलब नहीं होता
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भूपेश अपने दोस्त से मिला और कहने लगा कि मुझे पता चल गया है कि वह क्यों नहीं प्यार करना चाहती है उसके दोस्त ने पूछा कि ऐसी क्या बात है जिसके बाद वह मना कर रही थी भूपेश ने कहा कि वह डरती है कि अगर हम अपने प्यार की मंजिल पर नहीं पहुंचते हैं तब तक प्यार करने की जरूरत नहीं भूपेश के दोस्त ने उसे समझाया और कहा कि देखो तभी तुम्हें प्यार करने की शुरुआत करनी चाहिए अगर तुम अपनी मंजिल पर पहुंच सकते हो मुझे ऐसा लगता है कि वह लड़की बहुत समझदार है और सही फैसले ले सकती है वह जानती है कि अगर प्यार की मंजिल नहीं पा सकते तो प्यार करने की जरूरत नहीं है
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भूपेश के दोस्त ने कहा कि अगर तुम सच्चा प्यार करते हो तो
तुम्हें उसे समझाना होगा कि हम अपनी मंजिल पर जरूर पहुंच जाएंगे
इसमें कोई भी संदेह नहीं है अगर तुम उसे सच्चा प्यार नहीं करते हो
तो तुम्हें इस बारे में कोई बात नहीं करनी चाहिए
अब यह बात तुम्हारे ऊपर है कि तुम्हें क्या करना है
फैसला तुम ही करना है इसलिए सोच समझ कर फैसला करना चाहिए
वह लड़की मना नहीं कर रही है जबकि वह अपनी प्यार की मंजिल तक जाना चाहती है
अगर उसे मंजिल पर नहीं जाना होता है तो वह मना कर सकती है
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भूपेश ने अपने दोस्त की बात को समझ लिया था कि अगर वह प्यार में आगे बढ़ता है तो उसे आगे तक प्यार को निभाना होगा वह बीच में छोड़कर नहीं जा सकता भूपेश इस बात को भी समझ चुका था कि सच्चा प्यार वही करते हैं जो प्यार में आगे बढ़ सकते हैं
अगले दिन ही लड़की से मिला और कहने लगा कि मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं और मेरा प्यार सच्चा है हम अपने प्यार में जरूर कामयाब हो पाएंगे उस लड़की ने कहा कि मैं भी तुमसे प्यार करती हूं मैंने इसलिए ही मना किया था कि अगर तुम्हारे मन में कोई भी संदेह है तो तुम दूर हट सकते हो लेकिन तुमने कहा कि हम अपनी मंजिल पर जा सकते हैं तो इसलिए मैं मना नहीं कर सकती
धीरे-धीरे प्यार हो गया कहानी
उसके बाद दोनों का प्यार आगे बढ़ चुका था भूपेश पीछे हटने को बिल्कुल भी तैयार नहीं था और जैसा कि उसने लड़की से वादा किया था कि वह अपने प्यार को आगे बढ़ाएगा वैसा ही भूपेश कर रहा था भूपेश और उस लड़की ने दसवीं पास कर ली थी और अब आगे भी पढ़ाई कर रहे थे
वह दोनों आगे की कक्षा में भी साथ में थे और अभी तक पढ़ाई कर रहे हैं उन दोनों को ऐसा लगता है कि वह जीवन में अपने प्यार को पा सकते हैं इसलिए वह लगातार इस बारे में कोशिश कर रहे हैं अगर आपको सच्चे प्यार की कहानी ( Ek sache pyar ki kahani, ek pyar ki kahani, pyar ki sachi kahani,) पसंद आई है तो आगे भी शेयर करें कमेंट करके हमें बताएं.
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