जलपरी और ढोलक बेचने वाले की हिंदी कहानी, story in hindi

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1-ढोलक बेचने वाले की दो हिंदी कहानी :- story in hindi

Story in hindi
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Story in hindi, kahani hindi, यह कहानी है एक ढोलक बेचने वाले की बहुत साल पहले एक गांव में एक ढोलक बेचने वाला आता था ढोलक वाला अपनी ढोलक को बजाता हुआ गांव में प्रवेश करता था और कहता था ढोलक ले लो वह जिसे नई ढोलक बनवानी है वह ढोलक बनवा लो और जिसे पुरानी ढोलक मुझे बेचनी है पुरानी बेच कर नई ढोलक ले लो.

 

उसी गांव में एक रामनिवास नाम का व्यक्ति रहता था रामनिवास बहुत ही सज्जन व्यक्ति था और वह सब की मदद किया करता था ढोलक वाला रामनिवास के पास आया और कहां बाबूजी ढोलक ले लो रामनिवास ने कहा कि मैं ढोलक का क्या करूंगा ढोलक बेचने वाले ने कहा बाबू जी अगर आप ले लेंगे

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तो शायद आज का खाना मुझे नसीब हो जाएगा मैं बहुत ही गरीब आदमी हूं और मेहनत करके ही खाता हूं पर रामनिवास ने कहा कि मैं ढोलक का तो कुछ कर नहीं पाऊंगा ढोलक बेचने वाला कहने लगा ले लीजिए आगे भी आपके काम आएगी शादी वगैरा भी होती ही रहती है

उसमे  भी ढोलक बहुत काम आती है तो रामनिवास ने कहा है कि चलो मैं देखता हूं शायद हमारे पास कोई पुराने ढोलक पड़ी हुई है रामनिवास अंदर जाकर पुरानी ढोलक लेकर आता है  यह तो ढोलक खराब हो गई है क्या तुम इसे बदल कर नहीं दे दोगे ढोलक  वाले ने कहा कि हां जी मैं इसको बदल करने के लिए तैयार हूं

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रामनिवास ने अपनी ढोलक नई बनवा ली और कुछ पैसे देकर ढोलक वाले से कहा कि अब तो तुम्हारा गुजारा हो जाएगा ढोलक वाले ने कहा कि आपकी बहुत मेहरबानी जो आज मेरा काम हो गया मुझे तो ऐसा लगता था कि आज मेरा काम हो ही नहीं पायेगा ढोलक वाला फिर वहां से चला गया.

काफी दिन बीत गए रामनिवास ही सोचता रहा कि आज ढोलक वाला क्यों नहीं आया बहुत दिन हो गए इस बात को ऐसा करते करते 1 महीने से ऊपर हो गया था रामनिवास यह जानता था कि वह किस गांव से आता है रामनिवास ने सोचा कि चलो देखता हूं जाकर के ढोलक वाले का कामकाज कैसा चल रहा है या वह क्यों दिखाई नहीं दे रहा

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 फिर रामनिवास उस गांव में गया जहां पर “ढोलक” बचने वाला था तो देखा कि ढोलक बेचने वाले का घर तो बहुत टूटा फूटा सा है और घर में ज्यादा सामान भी नहीं है उसी दिन ढोलक वाले के यहां पर उसका मकान बेचने की तैयारी चल रही थी क्योंकि ढोलक वाले ने बहुत दिनों से कुछ उधार जो लिया हुआ था

 

वह चुकाया नहीं था और उसका परिवार भी भूखा मर रहा था यह सब देखकर रामनिवास को बड़ा दुख हुआ कि मैं इसे जानता हूं और इधर की हालत कैसी हो गई है हां जिसके पास खाने को कुछ भी नहीं है तो रामनिवास ने उसके घर बचाने के लिए जो उधार था उस अब चुका दिया और रामनिवास ने अपने खेत में ढोलक बेचने वाले को काम भी दिया,

 

story in hindi, hindi story, kahani hindi, इस प्रकार ढोलक बेचने वाले को ज्यादा दिक्कत भी नहीं उठानी पड़ी और वह रामनिवास के खेत में काम करता था और अपनी मजदूरी लिया करता था और साथ ही अपने घर को अच्छी तरह से चला आ रहा था, दोस्तों अगर हम किसी की मदद करें और उससे उस का भला हो जाए तो मदद जरुर करनी चाहिए हमें यह देखना चाहिए कि सामने वाला भी तो इंसान ही है और वह शायद हमारी मदद का कहीं ना कहीं इंतजार कर रहा है.

 

2- जलपरी और ढोलक बेचने वाले की हिंदी कहानी :- Kahani hindi

वह आदमी ढोलक बेचा करता था एक दिन उसकी पत्नी कहती है.

मुझे नहीं लगता है. हमारा नसीब बदलने वाला है.

क्योकि तुम हर रोज ढोलक बेचने जाते हो मगर हर रोज कोई भी ढोलक नहीं खरीदता है

जबकि हमारी घर की जरूरत हर रोज बढ़ती जाती है

वह आदमी कहता है की में तो यही सोचा करता हु की

हमे सिर्फ खाने को मिलता रहे तो बहुत अच्छा होगा.

 

में जानता हु की मुसीबत कम नहीं होती है बल्कि बढ़ती जा रही है.

लेकिन क्या किया जा सकता है में हर रोज कोशिश कर रहा हु

वह ढोलक बेचने वाला अगले दिन भी ढोलक बेचने जाता है

कुछ समय बाद वह बहुत थक जाता है वह एक पेड़ के नीचे आराम करने लगता है

वह सोचता है की मेरी पत्नी सही कहती है आज भी ढोलक नहीं बिकी है.

यह कैसे चलेगा. यह बात सोचकर वह बहुत परेशान होने लगता है.

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कुछ समय बाद उस एक आवाज आती है. वह नदी से आयी थी.

पास में एक नदी बहती है. वह उस और जाता है

उसके बाद देखता है की नदी में कुछ है. वह एक जलपरी थी.

वह देखता ही रहता है क्योकि आज तक उसने जलपरी नहीं देखी थी, वह

जलपरी जाल में फंस गयी थी. जोकि किसी मछुवारे ने डाला होगा.

वह ढोलक बेचने वाला उस जाल को काट देता है जिससे वह

जलपरी बाहर जा सके जलपरी देखती है. उसने उसे बचाया था

 

वह जलपरी बोल नहीं सकती क्योकि वह ढोलक उसकी भाषा समझ नहीं पाया था वह जलपरी पानी के अंदर जाती है. उसके कुछ समय बाद बहार आती है उसके पास हिरे और मोती थे. जोकि नदी में गिरे हुए थे. वह ढोलक बेचने वाले को देती है यह शुक्रिया करती है उसने उसे बचाया था आज उस आदमी की किस्मत बदल गयी थी. वह घर जाता है उसके बाद अपनी पत्नी से कहता है की अब हमारे दिन बदल गए है

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वह सब कुछ बता देता है उसकी पत्नी कहती है. आज आपने एक अच्छा काम किया है उसके बाद आपको उसका फल मिल गया है जीवन में हमेशा अच्छे काम करते रहे इसलिए नहीं की आपको अच्छा फल मिले. बल्कि इसलिए क्योकि आपके सतह हमेशा होता रहे अगर आपको यह story in hindi, hindi story, kahani hindi पसंद आयी है शेयर जरूर करे,

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